Raksha Bandhan  Muhurt



रक्षाबंधन का शुभ muhurt : रक्षाबंधन 3 अगस्त

रक्षाबंधन अनुष्ठान का समय 09:28 से 21:14

अपराह्न muhurt13:46 से 4:26pm

प्रदोष काल muhurt 19:06 से 21:14


पूर्णिमा तिथि आरंभ  21:28 (2 august)
पूर्णिमा तिथि समाप्त  21:27 (3 august)
वैदिक रक्षासूत्र के लिए दूब, अक्षत, चंदन, सरसो और केसर और रेशम या पीले रंग के सूती का साफ कपड़ा की आवश्यक्ता होती है। दूब, अक्षत, केसर, चंदन, सरसो को गंगाजल से शुद्ध कर रेशम या पीले रंग के सूती कपड़े में बांध लें। सुविधा और पंडित के राय के अनुसार पांच चीज के अलावा रक्षासूत्र में हल्दी, कौड़ी, गोमती चक्र भी डाल सकते हैं। कपड़ा में सबको बांध कर सिल दें और वैदिक रक्षासूत्र तैयार,वैदिक रक्षासूत्र कलाई पर बांधने से नकारात्मक भौतिक व दैविक दुष्प्रभाव से छुटकारा मिलता है। साथ ही, रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ता है। दरअसल, दूब को तेजी से आसपास फैल जाता है साथ ही दूब महादेव काे प्रिय है। मान्यता है कि बहने जब भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती है तो भगवान से यह भी कमाना करती है दूब की तरह उनका वंश खूब फले। इसी तरह अक्षत पर देवताओं पर चढ़ाये जाते हैं।